-
☰
उत्तर प्रदेश: एफपीओ उत्पाद खादीग्राम से जुड़ेंगे, किसानों को मिलेगा राष्ट्रीय बाजार
- Photo by : social media
संक्षेप
उत्तर प्रदेश: एफपीओ उत्पादों को राष्ट्रीय बाजार से जोड़ने और स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन देने की दिशा में ऐतिहासिक पहल।
विस्तार
उत्तर प्रदेश: एफपीओ उत्पादों को राष्ट्रीय बाजार से जोड़ने और स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन देने की दिशा में ऐतिहासिक पहल। किसानों के उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और स्वदेशी उद्यमिता को सशक्त करने के उद्देश्य से तेजस्वी किसान मार्ट के प्रतिनिधि मंडल ने खादीग्राम उद्योग के चेयरमैन निर्मलेंदु वर्मा से पटना स्थित खादीग्राम होलसेल मॉल में सौजन्य भेंट की। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व ई. प्रकाश पाण्डेय, संस्थापक तेजस्वी संगठन ट्रस्ट एवं सीईओ, यूनिवर्सल सोनांचल फार्मर एसोसिएशन ने किया। उनके साथ तेजस्वी किसान मार्ट संचालन समिति से रमेश कुमार सिंह, डायमंड कुमार, दिलीप कुमार, और रंजीत चौबे सहित कई प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक के दौरान दोनों संस्थानों के बीच एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) द्वारा उत्पादित शुद्ध स्वदेशी कृषि एवं ग्रामीण उत्पादों को खादीग्राम मॉल के व्यापारिक नेटवर्क से जोड़ने, किसानों के उत्पादों को ब्रांड पहचान देने और देशभर में बाजार विस्तार की दिशा में गहन चर्चा हुई। चेयरमैन निर्मलेंदु वर्मा ने कहा कि “खादी और किसान दोनों भारत की आत्मा हैं। जब दोनों एक मंच पर आते हैं, तो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त आर्थिक मॉडल बनता है।” उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी किसान मार्ट स्टोर पर खादी ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, वहीं एफपीओ द्वारा निर्मित सभी शुद्ध स्वदेशी उत्पादों को खादीग्राम मॉल के व्यापारिक नेटवर्क से जोड़कर किसानों और उनके उत्पादों को एक पहचान दिलाई जाएगी। इस अवसर पर ई. प्रकाश पाण्डेय ने तेजस्वी किसान मार्ट की कार्यप्रणाली, उद्देश्य, और किसानों को सीधे बाजार से जोड़ने की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी किसानों की आय में वृद्धि, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण और ‘वोकल फॉर लोकल’ के लक्ष्य की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। बैठक के अंत में दोनों पक्षों ने ग्रामीण उद्यमिता, उत्पाद ब्रांडिंग, मार्केट लिंकिंग और प्रशिक्षण सहयोग के क्षेत्र में संयुक्त रूप से कार्य करने का निर्णय लिया। यह बैठक किसानों, बुनकरों और उद्यमियों के लिए एक साझा मंच तैयार करने की ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है। “खादी की परंपरा और किसान की मेहनत — आत्मनिर्भर भारत का सशक्त आधार।”
उत्तर प्रदेश: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति बैठक सम्पन्न
उत्तर प्रदेश: कोन ब्लॉक में मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार उजागर, छठ घाट रपटा ढहा, जांच की मांग
उत्तर प्रदेश: कर्मनाशा नदी की कटान से रविदास मंदिर पर संकट, ग्रामीणों ने सरकार से की मदद की अपील
मध्य प्रदेश: 24 किन्नरों के आत्महत्या प्रयास के बाद BJP सक्रिय, कांग्रेस खामोश सियासत गरमाई